समस्त वणिकों का स्वागत है

वणिक का अर्थ सामान्य बोलचाल में बनिया होता है।

बनिया या वणिक बनाता कुछ नहीं, पर सबकुछ नहीं तो बहुत कुछ जरुर खरीदता-बेचता है और इसी क्रम में पैसे भी बनाते रहता है. हम और आप में से बहुत लोग जाति से बनिया नही हैं, पर वणिक बुद्धि का उपयोग करते हुए हम भी पैसे बना सकते है – शेयर बाजार में वणिक कर्म से।

इस वेबसाइट का नाम वणिक wanik.in रखने का मूल कारण है इसकी सहजता। पहले सोचा था कि बनिया ही रख लू पर वह उपलब्ध नहीं था. मात्र पांच वर्णों से बने शब्द नाम पर नया वेबसाइट खोलना बहुत ही दुश्वर कार्य है। क्योंकि ऐसे नाम बहुत संयोग से मिल पाते हैं.

दूसरा कारण यह भी था कि यह किसी जाति विशेष की बात करने के लिए न हो कर एक कर्म या ज्ञान की चर्चा के लिए है. वणिक कर्म जिसे हम आम बोलचाल में ट्रेडिंग कहा करते हैं. वणिक कर्म या ट्रेडिंग और निवेश कर्म या इनवेस्टिंग दोनों एक जैसे होते हुए भी बहुत अलग अलग हैं. ट्रेडिंग आमदनी के लिए करते हैं जबकि निवेश संपति बढ़ाने के लिए किए जाते हैं. दोनों के लिए स्टॉक, जिसे कंपनी का शेयर भी कहते हैं, चुनने की प्रक्रिया अलग अलग होती है. निवेश करने के लिए उस स्टॉक को चुना जाता है जो बढ़िया व्यापार कर रही हो और जिसके शेयर की कीमत अभी उसकी वास्तविक कीमत से कम होती है. सामान्यतया ऐसे शेयरों की तरफ आम आदमी की नजर नहीं पड़ती और उस स्टॉक के शेयरों के सौदे बहुत कम होते हैं. ऐसे शेयरों को बहुत सम्हल कर खरीदना होता है क्योंकि अगर बड़ी संख्या मे खरीदने या बेचने चलिएगा तो उसका मूल्य विचलन बहुत अधिक हो जाएगा और या त वह शेयर बहुत ही ज्यादा कीमत पर खरीदना होगा या बहुत ही कम कीमत पर बेचना होगा. इसके बाद भी निश्चित नहीं है कि वह सौदा हो ही जाएगा.

निवेश की प्रक्रिया आम वणिकों के लिए बहुत ही जटिल है. अत: यहाँ निवेश की कोई चर्चा नहीं होगी सिर्फ वणिक-कर्म की चर्चा होगी.

आगे बढ़ने से पहले यह चेतावनी देना या जानकारी देना बहुत ही जरुरी है कि हमें सेबी SEBI से मान्यता नहीं हैं।

दूसरे यहां हम किसी भी शेयर विशेष को खरीदने या बेचने की सलाह नहीं देते। हम आपको सहज रूप में वणिक-कर्म की प्रक्रिया समझाते है. अगर आपको ट्रेडिंग की जानकारी और अनुभव है तो आप यहाँ अपना समय व्यर्थ नहीं करें.

यह भी बता देना जरुरी है कि मैं बीस साल से अधिक समय से ट्रेडिंग कर रहा हूं और इस क्रम में हमने अच्छा-खासा नुकसान उठाया है. हमने वह सारी गलतियाँ – संभवत: – कर ली हैं जो आम ट्रेडर कर सकता है. हमने हजारों रणनीतियों का, सैकड़ों इण्डिकेटर के उपयोग करके देखा है. दिनकर जी की एक कविता की पंक्ति है –

हर सुबह एक वेदना नयी, हर शाम सवाल नया देखा.

दो घड़ी नहीं आराम कहीं, हमने घर-घर जा जा देखा.

जो दवा मिली पीड़ाओं की, उसमें भी कोई पीर नयी.

मत पूछ कि तेरी दुनिया में, मालिक हमने क्या-क्या देखा.

सो एक हारे हुए पिटे हुए ट्रेडर से आप पता नहीं कुछ सीख भी पाऐंगे कि नही, यह मैं नहीं जानता. पर मेरी कोशिश होगी कि जो कुछ मैंने अनुभव किया है और उन अनुभवों से जो जानकारी पाई है उसे मैं आपको सहजता से समझा पाऊँ. राह में जो दुश्वारियाँ आईं या जो बाधाऐं मिली उनसे कैसे पार कर सकते हैं आप.

दुष्यन्त की कविता की पंक्ति उद्धृत करूं तो –

सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं,

मेरी कोशिश है कि यह सूरत बदलनी चाहिए.

मेरे सीने में न सही, तो तेरे सीने में सही.

हो कहीं भी आग लेकिन आग जलनी चाहिए.

एक बार एक सिगरेट पीने वाले ने बताया था कि – यह आदत ऐसी पड़ गयी है कि छूटती नहीं. मैंने तो सत्रह बार सिगरेट नहीं छोड़ने की भी कसम खायी है, फिर भी अगली बार फिर छोड़ने की जिद ठानते रहता हूं.

इसी तरह आपको बहुत से ऐसे ट्रेडर मिल जाऐंगे जो नुकसान से मजबूर होकर ट्रेडिंग छोड़ने की कसम खाते रहते हैं और फिर कुछ दिन में दुबारा पूंजी जोड़कर आ जाते हैं मैदान में. भगवान बुरा करे आप्शन ट्रेडिंग बनाने वाले को. इस की चाहत में जितने लोग बरबाद होते रहते हैं उतना तो शायद आईएएस की तइयारी में लगे युवा भी बरबाद नहीं होते.

सो एक बात और कि मैँ आपको कभी भी ट्रेडिंग छोड़ने की सलाह नहीं दूंगा. हाँ एफ-एन-ओ या आप्शन ट्रेडिंग से दूरा बनाने के लिए जरुर कहूंगा. एफ-एन-ओ या आप्शन ट्रेडिंग स्नातकोत्तर शिक्षा की तरह है जिसमें जाने से पहले आपको स्कूल बोर्ड की परीक्षा पास करनी होगी और फिर स्नातक की. इसलिए पहले कैश सेगमेंट में अनुभव प्राप्त करिए और उसके बाद ही एफ-एन-ओ या आप्शन ट्रेडिंग में उतरने की सोचिए.

वणिक डॉट इन पर आपको सहज तरीके से सहज रणनीति बताई जाएगी जिसे कोई भी उपयोग में ला सकता है. यहाँ फिर एक चेतावनी. सलाह मेरी होगी पर पूंजी आपकी लगेगी. लाभ हुआ तो आपका, नुकसान हुआ तो आपका. मेरा क्या ! इसलिए कुछ भी आजमाने के पहले कुछ दिन पेपर ट्रेडिंग कर के देखिए और परिणाम उत्साहवर्धक दिखे तभी इस पर सौदा करिए.

यह शुरुआत आपको कैसी लगी, टिप्पणी कर के जरुर बताईएगा. अगर मैं कहीं कोई गलती कर रहा हूं तब तो जरुर बताईएगा. अगर मेरी सलाह से आपको लाभ होता हो तो उसे पचा जाइएगा मगर अगर कभी नुकसान हो तो मुझे जरुर बताइएगा. इसमें आपको बताना होगा कि –

1) किस तारीख को किस समय क्या सोच कर आपने वह सौदा किया था.

2) और आपको नुकसान क्यों और कितना हुआ ?

जीवन नश्वर है, death is certain, मगर इस कारण कोई जीना तो नहीं छोड़ देता ! ट्रेडिंग में नुकसान की संभावना हमेशा रहती है. काजल की कोठरी में केतहू सयानो जाय, एक लीक काजल की लागीहैं प लागीहें. ट्रेडिंग में कितना भी अनुभवी हो, नुकसान तो उसको भी यदा-कदा उठाना पड़ता है. आज जब मैं यह लिख रहा हूं तो कल और आज बाजार में भयंकर गिरावट देखने को मिली है. अगर यह दो दिन किसी ट्रेडर ने सही सलामत निकाल लिया है तो यह उसका स्किल न होकर सौभाग्य रहा होगा. अंधे भी यदा-कदा बटेर मार लेता है. सो नुकसान हो या लाभ, दोनों परिस्थितियों में विरक्त भाव से रहें. आज नहीं तो कल फिर मौका मिलेगा. इसलिए नफा-नुकसान से अधिक ध्यान इस पर दीजिए कि आपकी पूंजी इतनी जरुर बची रहे कि कल फिर बाजार में आ सकें.